- पटना। बिहार की राजधानी पटना को दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं की सौगात मिली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को 422 करोड़ रुपये की लागत से बने डबल डेक फ्लाईओवर और 3 करोड़ 7 लाख रुपये से तैयार राजकीय उर्दू पुस्तकालय के नए भवन का लोकार्पण कर विकास की एक नई इबारत लिखी।
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- डबल डेक फ्लाईओवर: पटना की ट्रैफिक व्यवस्था को मिलेगा नया जीवन
- कारगिल चौक (गांधी मैदान) से साइंस कॉलेज तक फैले इस डबल डेक फ्लाईओवर का उद्घाटन मुख्यमंत्री ने फीता काटकर और शिलापट्ट का अनावरण कर किया। कार्यक्रम स्थल पर उन्होंने फ्लाईओवर की दोनों दिशाओं – कारगिल चौक से साइंस कॉलेज और साइंस कॉलेज से कारगिल चौक – तक खुद निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा, “यह फ्लाईओवर बेहतरीन ढंग से तैयार हुआ है। इससे अशोक राजपथ पर लगने वाले जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी और ट्रैफिक व्यवस्था सहज बनेगी।”
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- निर्माण की संरचना और विशेषताएं
- यह डबल डेक फ्लाईओवर जनवरी 2022 में शुरू हुआ था और अब पूरी तरह बनकर तैयार हो गया है। इसकी संरचना दो स्तरों पर तैयार की गई है:
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- टीयर-II (ऊपरी डेक): लंबाई 2175.50 मीटर
- रूट: गांधी मैदान से साइंस कॉलेज
- उपयोग: गांधी मैदान से साइंस कॉलेज की ओर जाने वाले वाहन
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- टीयर-I (निचला डेक): लंबाई 1449.30 मीटर
- रूट: पटना कॉलेज से बीएन कॉलेज मेन गेट होते हुए गांधी मैदान
- उपयोग: साइंस कॉलेज से गांधी मैदान की ओर जाने वाले वाहन
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- डेक की चौड़ाई: दोनों लेयर की चौड़ाई 8.5 मीटर रखी गई है।
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- विशेष कनेक्टिविटी: फ्लाईओवर को पीएमसीएच (PMCH) से भी जोड़ने की व्यवस्था दोनों लेयर से की गई है, जिससे अस्पताल तक आपातकालीन और सामान्य यातायात की पहुंच बेहतर हो सके।
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- उर्दू पुस्तकालय का नव निर्माण: पठन-पाठन को मिलेगी नई उड़ान
- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसी मौके पर 3 करोड़ 7 लाख 31 हजार रुपये की लागत से बने नए राजकीय उर्दू पुस्तकालय भवन का भी लोकार्पण किया। उन्होंने फीता काटा, शिलापट्ट का अनावरण किया और पुस्तकालय की आंतरिक व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर संतोष जताया।
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- उन्होंने कहा, “यह नया भवन छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए बेहतर माहौल उपलब्ध कराएगा। यहां मूलभूत सुविधाओं और शांति का माहौल अध्ययन को सरल बनाएगा। हमें इसे पूरी तरह मेंटेन रखना है।”
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- इतिहास और सुविधाएं
- स्थापना वर्ष: 1938
- स्थान: अशोक राजपथ पर खजांची रोड मोड़ के सामने
- दैनिक पाठक संख्या: 50–60
- पुस्तकों की संख्या: लगभग 40,000
- उपलब्ध भाषाएं: उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, फारसी, अरबी
- प्रमुख पुस्तकें: प्रतियोगी परीक्षाओं, कक्षा 3 से 12 तक की एनसीईआरटी किताबें, पुस्तकालय विज्ञान, पत्रकारिता आदि
- मासिक पत्रिकाएं: उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी की प्रतियोगी पत्रिकाएं और अखबार
- नए भवन को जी+4 संरचना में तैयार किया गया है और इसमें आधुनिक फर्नीचर और उपकरणों की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है।