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  • नई दिल्ली। हरियाली अमावस्या का पर्व प्रकृति प्रेम, पूर्वजों की संतुष्टि और ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद खास होता है। यह पर्व सावन महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है, और इस बार यह शुभ दिन 24 जुलाई 2025, गुरुवार को पड़ रहा है।
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  • इस पावन अवसर पर तीन शुभ योग—अमृत सिद्धि योग, गुरु पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं, जो इसे और भी दुर्लभ और फलदायी बनाते हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दिन पौधारोपण करके न केवल प्रकृति को समर्पित किया जा सकता है, बल्कि अपने ग्रह दोषों को भी शांत किया जा सकता है। साथ ही, पूर्वज भी प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
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  • हरियाली अमावस्या 2025: विशेष संयोग
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  • तिथि: 24 जुलाई 2025 (गुरुवार)
  • योग:
  • अमृत सिद्धि योग – पूरे दिन प्रभावी
  • गुरु पुष्य योग – शुभ कार्यों के लिए उत्तम
  • सर्वार्थ सिद्धि योग – सभी कार्यों में सफलता दिलाने वाला
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  • हरियाली अमावस्या पर राशिनुसार पौधे और उनके लाभ
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  • इस विशेष दिन पर राशि अनुसार पौधा लगाकर ग्रहों के दुष्प्रभाव से मुक्ति पाई जा सकती है। आइए जानते हैं कौन-सी राशि के लिए कौन-सा पौधा शुभ माना गया है:
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  • मेष राशि:
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  • पौधा लगाएं: आंवला
    लाभ: मंगल दोष शांत, देव कृपा प्राप्त
    विशेष: आंवला देव वृक्ष है, इसकी पूजा से पुण्य फल मिलता है।
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  • वृषभ राशि:
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  • पौधा लगाएं: जामुन
    लाभ: शनि ग्रह शांत, पितरों की कृपा
    विशेष: जामुन लगाना पित्र दोष से मुक्ति दिलाता है।
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  • मिथुन राशि:
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  • पौधा लगाएं: चंपा
    लाभ: ग्रह दोषों में कमी, पितरों की संतुष्टि
    विशेष: सौंदर्य और सुगंध से भरपूर चंपा मानसिक शांति देता है।
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  • कर्क राशि:
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  • पौधा लगाएं: पीपल
    लाभ: शनि और बृहस्पति दोष शांति
    विशेष: त्रिदेवों का वास माने जाने वाले पीपल की पूजा पितर तृप्ति के लिए श्रेष्ठ है।
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  • सिंह राशि:
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  • पौधा लगाएं: अशोक या बरगद
    लाभ: देव कृपा, ग्रह दोष शांति
    विशेष: ये वृक्ष दीर्घायु और स्वास्थ्य के प्रतीक हैं।
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  • कन्या राशि:
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  • पौधा लगाएं: बेल या जूही
    लाभ: शनि शांत, शिव कृपा प्राप्त
    विशेष: बेल पत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है, जूही शांति और सौंदर्य का प्रतीक है।
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  • तुला राशि:
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  • पौधा लगाएं: नागकेसर या अर्जुन
    लाभ: शुक्र ग्रह का प्रभाव संतुलित
    विशेष: हृदय और त्वचा संबंधी रोगों में उपयोगी, मानसिक संतुलन के लिए लाभकारी।
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  • वृश्चिक राशि:
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  • पौधा लगाएं: नीम
    लाभ: मंगल और शनि दोष में राहत
    विशेष: नीम में देवी का वास माना जाता है, यह पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक है।
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  • धनु राशि:
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  • पौधा लगाएं: कनेर
    लाभ: मंगल दोष में कमी, सौभाग्य वृद्धि
    विशेष: यह पौधा जीवन में स्थिरता और सकारात्मकता लाता है।
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  • मकर राशि:
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  • पौधा लगाएं: शमी
    लाभ: शनि की कृपा, कष्टों से मुक्ति
    विशेष: शमी वृक्ष का विशेष महत्व शनि पूजा में है, यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
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  • कुंभ राशि:
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  • पौधा लगाएं: आम या कदंब
    लाभ: सूर्य, मंगल और गुरु दोष में राहत
    विशेष: आम जीवन और समृद्धि का प्रतीक है, कदंब श्रीकृष्ण से जुड़ा है।
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  • मीन राशि:
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  • पौधा लगाएं: बेर
    लाभ: देवगुरु बृहस्पति की कृपा
    विशेष: बेर का पौधा भाग्यवृद्धि और धार्मिक फल प्रदान करता है।
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  • हरियाली अमावस्या: धार्मिक उपाय
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  • स्नान के बाद पीले वस्त्र धारण करें।
  • सूर्य को जल अर्पित करें और सूर्य मंत्रों का जाप करें।
  • पीपल और तुलसी के पास दीप जलाएं।
  • दान करें – अन्न, वस्त्र, जलपात्र, छाता, नींबू आदि।
  • अपने पूर्वजों के लिए जल तर्पण करें।
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  • हरियाली अमावस्या का आध्यात्मिक महत्व
  • हरियाली अमावस्या केवल पौधे लगाने या शुभ योगों का संयोग नहीं है, बल्कि यह प्रकृति से जुड़ने, पूर्वजों को याद करने, और अपने जीवन में सकारात्मकता लाने का अवसर है। इस दिन का हर एक पल पुण्य कमाने और आत्मा को शुद्ध करने का माध्यम है।