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  • Delhi Police Prahari App: क्या आपने कभी सड़क पर नियम तोड़ते ड्राइवर को देखकर सोचा है – “काश, मैं भी कुछ कर पाता!” अब आपकी यह इच्छा सिर्फ ख्वाहिश नहीं रहेगी। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने आम नागरिकों को ट्रैफिक नियमों को लागू कराने में भागीदार बनाने की नई पहल शुरू की है।
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  • क्या है यह नई पहल?
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  • दिल्ली पुलिस का यह स्मार्ट सॉल्यूशन है – ‘Prahari’ ऐप। इसके ज़रिए आम लोग सड़कों पर हो रहे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघनों को रिकॉर्ड कर सीधे ट्रैफिक पुलिस को रिपोर्ट कर सकते हैं। इससे न केवल शहर की ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर हो रही है, बल्कि लोगों के लिए एक नया कमाई का जरिया भी बन गया है।
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  • कैसे करें रिपोर्ट? – आसान स्टेप-बाय-स्टेप गाइड
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  • 1. ऐप इंस्टॉल करें:
    गूगल प्ले स्टोर से ‘Prahari’ नाम का ऐप डाउनलोड करें।
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  • 2. रजिस्ट्रेशन:
    मोबाइल नंबर डालें और OTP से वेरिफाई करें।
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  • 3. उल्लंघन रिकॉर्ड करें:
    अगर आप किसी वाहन को ट्रैफिक नियम तोड़ते हुए देखें (जैसे नो पार्किंग, रेड लाइट क्रॉसिंग, ओवरलोडिंग आदि), तो उसकी स्पष्ट फोटो लें
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  • 4. सबमिट करें:
    फोटो के साथ समय और स्थान की जानकारी भी ऐप पर अपलोड करें।
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  • 5. वेरिफिकेशन और रिवॉर्ड:
    फोटो को पुलिस वेरिफाई करेगी। अगर पुष्टि हो जाती है कि उल्लंघन हुआ है और मामला व्यक्तिगत नहीं है, तो गाड़ी के मालिक को चालान भेजा जाएगा और आपको ऐप पर नोटिफिकेशन मिलेगा
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  • कैश प्राइज़ भी मिलेंगे – टॉप कॉन्ट्रिब्यूटर्स के लिए इनाम
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  • पहला स्थान: ₹50,000
  • दूसरा स्थान: ₹25,000
  • तीसरा स्थान: ₹15,000
  • चौथा स्थान: ₹10,000
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  • लोगों में जबरदस्त उत्साह, बना कमाई का नया जरिया
  • यह पहल खासतौर पर बेरोजगार युवाओं और जागरूक नागरिकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है। कई लोग WhatsApp ग्रुप्स बनाकर अपने-अपने इलाकों को कवर कर रहे हैं और नियमित रूप से उल्लंघनों की फोटो भेज रहे हैं। यह सिर्फ सिविक ड्यूटी नहीं बल्कि कुछ लोगों के लिए एक अतिरिक्त आय का साधन भी बन गया है।
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  • यातायात सुधार में जनता की भूमिका हो रही है अहम
  • DCP सिंह का कहना है कि इस ऐप के आने के बाद रोजाना 1,400 से 1,500 ट्रैफिक चालान केवल नागरिकों की रिपोर्टिंग से बनाए जा रहे हैं। इससे दिल्ली में सड़क सुरक्षा को लेकर नया जागरूकता अभियान खड़ा हो गया है।
  • इस अभियान ने यह साबित कर दिया है कि अगर जनता को सही टूल दिया जाए, तो वे सिस्टम का हिस्सा बनकर बदलाव ला सकते हैं। 'Prahari' ऐप न केवल दिल्ली की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त कर रहा है, बल्कि डिजिटल इंडिया की सोच को भी ज़मीन पर उतार रहा है।