नई दिल्ली: तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day theme 2022) मनाया जाता है। तंबाकू के सेवन का पर्यावरण पर असर पड़ता है। दुनिया भर में हर साल 80 लाख से ज्यादा लोगों की तम्बाकू के सेवन की वजह से मौत होती है। संयुक्त राष्ट्र के अपनाए गए सतत विकास के एजेंडे के मुताबिक 2030 तक तम्बाकू की खपत को कम करना है। इसका मकसद है कि दुनिया भर में तंबाकू की वजह से हो रही मौतों के आंकड़ों को एक तिहाई तक कम करना है। यदि तम्बाकू की खपत बढ रही है तो इसका सीधा मतलब है कि संयुक्त राष्ट्र का यह एजेंडा प्रभावित हो रहा है।
World No Tobacco Day theme 2022
वर्ष 1987 में डब्ल्यूएचओ के सदस्य देश 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने पर सहमत हुए। उसी समय से यह दिन हर वर्ष तम्बाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। मौजूदा वर्ष की थीम “पर्यावरण की रक्षा करें” है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार पर्यावरण पर तंबाकू उद्योग का हानिकारक प्रभाव बड़ा है।
World No Tobacco Day theme 2022: स्वास्थ्य कार्यक्रम
WHO सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों को हर साल तंबाकू उपयोग को नियंत्रित करने के बाबत उनके योगदान के लिए सम्मानित करता है। WHO ने इस साल देश के झारखंड राज्य को विश्व तंबाकू निषेध दिवस (WNTD) पुरस्कार-2022 के लिए चुना है। हालाांकि भारत तंबाकू सेवन के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभावों के बारे में लोगों को शिक्षित करने के लिए एक राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम चलाता है। यह नीतियों और पहलों को तैयार करने में भी मदद करता है जो देश को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।
World No Tobacco Day theme 2022: Histroy
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष 1987 में एक प्रस्ताव पारित कर 7 अप्रैल, 1988 को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस के रूप में घोषित किया था। यह अधिनियम इसलिए पारित किया गया था। ताकि लोग कम से कम 24 घंटे तक तंबाकू का उपयोग नियंत्रण कर सकें। वर्ष 1988 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक अन्य प्रस्ताव पारित किया। उसके मुताबिक विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई को मनाया जाएगा। तंबाकू के उपयोग पर नियंत्रण किया जा सके। इसलिए वर्ष 2008 में WHO ने इस बाबत किसी भी तरह के प्रचार केा प्रतिबंधित कर दिया था। इसका मकसद था कि युवा धूम्रपान के विज्ञापन देखकर यदि आकर्षित हो रहे हों तो उस पर रोक लग सके।
धूम्रपान छोड़ने के यह हैं फायदे
धूम्रपान से शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। यदि आप धूम्रपान छोड़ देते हैं तो उसका शरीर पर तुरंत प्रभाव पड़ता है और आने वाले समय में भी आपके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर कम होते हैं। इसके लिए समय समय पर कई कार्यक्रम व गोष्ठियां आयोजित कर लोगों को जागरूक भी किया जाता है।
कुछ लाभकारी स्वास्थ्य परिवर्तन
यदि आप धूम्रपान तुरंत प्रभाव से छोड़ देते हैं तो आपका ब्लडप्रेशर कम हो जाता है। ह्रदय गति भी सामान्य हो जाती है। 12 सप्ताह तक आपके फेफड़ों की कार्य करने की क्षमता बढ जाती है। सांस और खांसी की समस्या भी 9 महीने तक काफी कम हो जाती है। कोरोनरी ह्रदय रोग होने की संभावना एक साल में सिर्फ आधी रह जाती है।