img

ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) के सर्वे से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। mediavarta.com के पास यह वीडियो मौजूद है। जिसमें मस्जिद के अलग अलग हिस्से दिख रहे हैं। वीडियो में वजूखाने भी दिख रहा है। उसमें से पानी निकालने के बाद के विजुअल भी हैं, जिसे मुस्लिम पक्ष फौव्वारा और हिंदू पक्ष शिवलिंग कह रहा है।

Gyanvapi Masjid: नंदी से 83 फीट की दूरी पर है वजूखाना

शिवलिंग के उपर निशान बने हैं। उस पर पांच कट और एक छेट है। हिंदू पक्ष का कहना है कि यह शिवलिंग के उपर अलग से बनाया गया है। देखने में यह आकृति अलग सी दिख भी रही है। सर्वे के दौरान उस आकृति के छेट से एक सीक डाला गया तो वह सिर्फ 63 सेंटीमीटर तक ही अंदर गया। दूसरी ओर जालीनुमा दीवार के बाहर नंदी की मूर्ति है। उनका मुंह जालीदार दीवार की तरफ है। दीवार की दूसरी ओर छज्जा बना है और इसी छज्जे के अंदर वजूखाना बना है। नंदी से करीब 83 फीट की दूरी पर वजूखाना है। हिंदू पक्ष का कहना है कि शिव मंदिरों में जिस तरफ नंदी का मुख्य होता है। उसी तरफ शिवलिंग होता है।

दीवारों पर त्रिशूल की आकृति

ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) के सर्वे के लीक वीडियो में कुछ कलाकृतियां ऐसी भी हैं, जिसको लेकर हिंदू पक्ष अपने दावे को मजबूत बता रहा है। मस्जिद के अंदर दीवारों पर त्रिशूल की आकृति साफ नजर आती है। यह आकृति दीवार पर कई जगह दिखती है। हिंदू पक्ष यह भी कहता है कि यह आकृतियां पेंट के जरिए छिपाने की कोशिश की गयी है।

Gyanvapi Masjid दीवार बनी कलाकृतियों के बीच हाथी की आकृति भी साफ नजर आती है। हिंदू पक्ष इसे मंदिर होने का सबूत मान रहा है। इसके अलावा दीवारों पर कई जगह स्वास्तिक के चिन्ह भी मिले हैं। दीवार पर फूल के साथ घंटी जैसी आकृति भी दिखायी दे रही है।

ज्ञानवापी परिसर (Gyanvapi Masjid) के सर्वे से संबंधित वीडियो लीक होना प्रदेश और देश भर में चर्चा का विषय बना है। हालांकि जिला एवं सत्र न्यायाधीश डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश ने केस के पक्षकारों से सांप्रदायिक सदभाव और भाईचारा बना रहे, इस सुनिश्चित करने का आग्रह किया था।

वीडियो लीक का मामला सामने आने के बाद हिंदू पक्ष ने इससे पल्ला झाड़ते हुए कहा कि वीडियो को किसी ने वायरल कर दिया है। इससे साजिश की बू आ रही है। चारों लिफाफे भी दिखाते हुए उन्होंने कहा कि यह अभी तक सील बंद हैं। मंगलवार को इसे कोर्ट में सरेंडर कर देंगे।

हिंदू पक्ष के वकीलों का कहना हे कि जब लिफाफा अभी तक खोला नहीं गया है। ऐसे में यह लीक कैसे हो गया। कोर्ट में इस बाबत शिकायत करेंगे। हिंदू पक्ष की तरफ से अदालत में शपथपत्र देने के बाद चार महिलाओं को सील बंद लिफाफे में रिपोर्ट की सीडी मिली थी। दूसरे पक्ष को रिपोर्ट की सीडी नहीं मिल सकी है, क्योंकि उनकी तरफ से अभी अदालत में शपथपत्र नहीं दिया गया है। मुस्लिम पक्ष के वकील का कहना है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी रिपोर्ट लीक होना आश्चर्य और जांच का विषय है।